भारतीय जनता पार्टी के नेता पूर्व जनपद सदस्य और वर्तमान दुर्गूकोंदल परिवहन संघ के उपाध्यक्ष रमेश गावड़े की शनिवार दोपहर उनके निवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के दौरान वे परिवार के साथ दुर्गूकोंदल मेला जाने की निकल रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी परिवार के अनुसार, हत्या करने 2 युवक पहुंचे थे। दोनों ने 2-2 गोली चलाईं और घर के पीछे जंगल की ओर भाग गए।
भाजपा नेता रमेश गावड़े शनिवार को अपने निवास हाहालद्दी से दुर्गूकोंदल के वार्षिक मेले में जाने के लिए दोपहर 1 बजे घर से निकल रहे थे। वे अपनी बाइक निकालकर घर के बाहर पत्नी व बच्चों को इंतजार करने लगे। इसी दौरान दो युवक सड़क की ओर से आए और उनसे बात करने लगे। इससे पहले की रमेश गावड़े युवकों की मंशा समझ पाते, दोनों ने पिस्तौल निकालकर उन पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। दोनों युवकों ने कुल 4 फायर किए। एक गोली का निशाना चूक गया। एक गोली सिर में और 2 गोली सीने में लगी। रमेश गावड़े वहीं गिर पड़े। पास खड़े परिवार के लोग तत्काल दौड़े, तब तक दोनों हमलावर जंगल की ओर भाग गए। घायल रमेश को निजी ट्रक में ही डालकर दुर्गूकोंदल अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
नक्सली हत्या या आपसी विवाद, जांच के बाद होगा खुलासा, 25 से 30 वर्ष के थे दोनों
डेढ़ साल पहले भाजपा नेता रमेश गावड़े के खिलाफ नक्सलियों ने पर्चे फेंके थे लेकिन हमलावारों ने वारदात को अंजाम देने के बाद कहीं भी पर्चे आदि नहीं फेंके हैं। हमलावर नक्सली वर्दी में भी नहीं थे। 25 से 30 वर्ष के दोनों ग्रामीण युवक दिखाई पड़ रहे थे जो साधारण कपड़े पहने हुए थे। इससे यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि यह नक्सली घटना है। इसके अलावा रमेश गावड़े का आपसी विवाद भी सामने नहीं आया है। पुलिस इन दोनों बिंदुओं को ध्यान में रख मामले की पड़ताल कर रही है। दुर्गूकोंदल से महज 3 किमी दूर हाहालद्दी में गोली मारकर हत्या करने की खबर आग की तरह दुर्गूकोंदल के वार्षिक मेले में फैल गई। इसके बाद मेला पहुंचे लोग दहशत के चलते धीरे-धीरे वहां से लौट गए। गोलीकांड के बाद मेला प्रभावित हो गया।